\ Butati Dham paralysis temple in rajasthan: जनवरी 2021

Butati Dham Contact Number:

बुटाटी धाम मंदिर खुल चूका हे फिर से मंदिर के अंदर रहने की सुविधा स्टार्ट हो चुकी है  :-

बुटाटी धाम के बारे में कुछ भी जानना हो या बुटाटी धाम खुला हे या नहीं इस बारे में जानकारी चाहिए तो पहले इस वेबसाइट पर देखे यदि आपको शारी जानकारी प्राप्त जाएगी कॉल करनी की कोई जरूरत नहीं हे   

बुटाटी धाम चतुरदास जी महाराज' के मंदिर के बारे में यदी आपको कोई जानकरी चाहिए तो नंबर पर कॉल करे कॉल करने के लिए कॉल की फोटो पर क्लिक करे


  बुटाटी धाम आने से पहले मरीज के साथ   ये जरुर करे उसी के बाद ही आये:-


बुटाटी धाम के बारे में कुछ भी जानना हो या बुटाटी धाम खुला हे या नहीं इस बारे में जानकारी चाहिए तो पहले इस वेबसाइट पर देखे यदि आपको इससे कोई जानकारी प्राप्त नहीं होती हे तो कॉल करे | 

कोरोना में बुटाटी धाम मंदिर खुला है क्या:-




    






butati dham chaturdas ji ki aarti video:

बुटाटी धाम संत श्री चतुर्दस जी महाराज के मंदिर के का आरती का वीडियो






बुटाटी धाम मंदिर में लाइव आरती के द्वारा श्री चतुरदास जी महाराज की आरती के दर्शन दुर बैठे लकवे के मरीज आरती के दर्शन कर पाएंगे.

यह मंदिर सप्त परिक्रमा द्वारा लकवा के रोग से मुक्त कराने के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ लकवा के मरीजों को सात दिन का प्रवास करते हुए रोज एक परिक्रमा लगानी होती है

butati dham aarti time table:

 

बुटाटी धाम चतुरदास जी महाराज' मंदिर  आरती टाइम, सुबह की आरती 5.30 बजे , शाम की आरती 5.50 बजे



बुटाटी धाम मंदिर में आरती के द्वारा श्री चतुरदास जी महाराज की आरती के दर्शन दुर बैठे लकवे के मरीज आरती के दर्शन कर पाएंगे.

बुटाटी धाम  श्री चतुरदास जी महाराज का मंदिर यहां दिन में दोनों वक्त सुबह और शाम मंदिर के अंदर आरती की जाती है सुबह आरती का टाइम 5:45 और शाम का टाइम 5:50 होती हे 

यह मंदिर सप्त परिक्रमा द्वारा लकवा के रोग से मुक्त कराने के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ लकवा के मरीजों को सात दिन का प्रवास करते हुए रोज एक परिक्रमा लगानी होती है


butati dham mandir is open or not

 butati dham  is open or not :- बुटाटी धाम खुल चूका हैं 

1 july से बुटाटी धाम का मंदिर खुल चुका है।, मंदिर आने वाले सभी मरीज और उनके साथै आने वाले के लिए एक गाइड लाइन हे जिसका पालन जरूर करे वो हे मास्क जरूर लगाये रखे वरना मंदिर में आने के अनुमति  हे सभी को मास्क लगाना अनिवार्य हे | 

                                      और आने वाले यात्रीयो को मंदिर के अंदर रहने की सुविधा  हे अभी के लिए क्युकी की अभी कोरोना के चलते मंदिर के अंदर व्यस्था  हे आने वाले यात्रियों से निवेदन है की CORONA में अपने ध्यान  स्वयं ही करें | 

बुटाटी धाम आने वाले यात्रियों के लिए मंदिर  के अंदर  रहने की व्यवस्था  स्टार्ट हो चुकी हे  आने वाले यात्री अपना ध्यान रख और मास्क जरूर लगाए रखे 



note! बुटाटी धाम संत श्री चतुर्दस जी महाराज के मंदिर के अंदर रहने की अभी अंदर रहने की  व्यवस्था बंद   है 

Butati aane wale paralysis ke liye kush khabari Ab se aane wale watriyo ko Mandir ke anadar rahan or khane ki nishulk wawstha start Ho chuki thi  lakin fir se band ho gae .


मंदिर के बाहर से आने वाले यात्रीयों के लिए बिस्तर,भोजन पीने के लिए ठण्डा पानी, खाना बनाने के लिए समान व बर्तन, जलाने के लिए लकङी सात दिन रूकने के लिए कमरे आदि व्यवस्थाएं निःशुल्क होती है

नहाने धोने के लिए मंदिर परिसर में उचित व्यवस्था है- यहां एक सुलभ शौचालय भी बना हुआ है। मंदिर परिसर में पानी की एक बड़ी टंकी तथा पानी ठंडा करने के लिए जगह-जगह ठंडे पानी की मशीने लगी है। मंदिर परिसर की बहार की ओर लगभग 100 दुकानें है निवास के लिए यहाँ सुविधा युक्त धर्मशालाएं हैं यात्रियों को जरुरत का सभी सामान बिस्तर , राशन , बर्तन, जलावन की लकड़ियाँ आदि निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाती हैं।


तो इन नंबर 9672345838 पर कॉल करें

Butati Dham Rajasthan:

 Butati Dham :-

लकवे के मरीज यहा होते है ठीक, सात दिन और सात परिक्रमा फिर देखे संत श्री चतुरदास जी महाराज का चमत्कार



butati dham temple :  1 जनवरी से बुटाटी धाम का मंदिर खुल चुका है। अब से मंदिर के अंदर जाने की अनुमति मिल चुकी है। और परिक्रमा(फेरी) लगा सकते है।

बुटाटी धाम मंदिर राजस्‍थान के नागौर जिले में स्थित है। यहां से निकटतम रेलवे स्‍टेशन रेन है जो करीब 15 किमी दूर है। जयपुर एवं जोधपुर रूट पर यह स्‍टेशन आता है। स्‍टेशन से मंदिर आने के लिए जीप और बस मिलती है। और बहुत से लोग अपने साधन फोरवीलूर में आते हे । लेकिन काफी लोग मंदिर अंदर  में ही ठहरते हैं। 

सात दिन का नियम

यहां मरीजों को ज्यादा  से ज्यादा  7 दिन और 7 रात ही रुकने की जरूरत  है। यदि और अधिक टाइम  होने पर उन्‍हें जाने के लिए कह देते  है। इसकी क्या वजए हो सकती हे  और आने वाले मरीज और यात्रियों के लिए जगह चाहिए । यदि कोई मरीज नया आता है तब सबसे पहले उसे उसे मंदिर के ऑफिस में अपना रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है उसके बाद उन्हें रूम दिया जाता है और जो भी सब समान उन्हें चाहिए वह मंदिर की तरफ से दिया जाता है उनसे कोई भी चार्ज नहीं लिया जाता है पूरी सुविधा उनके लिए निशुल्क होती है जिसमें वह 7 दिन तक मंदिर के अंदर रह सकते हैं सुबह शाम उनको खाने में  सब्जी और रोटी के लिए आटा दिया जाता है रोटी बनाने के लिए वहां पर गैस और  चलो की पूरी अवस्था है जिसे मरीज के साथ आए हुए यात्री आराम से खाना बना सकते हैं

 अभी का नियम 

बुटाटी धाम संत श्री चतुरदास जी महाराज का मंदिर मैं जो भी यात्री या आते हैं उन सभी को मंदिर की तरफ से खाने और रहने की व्यवस्था दी जाती लेकिन अभी कोरोना के चलते मंदिर के अंदर की सारी व्यवस्था अभी बंद कर दी गई है जिसकी वजह से आने वाली यात्री को रहने और खाने की व्यवस्था स्वयं ही करें



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