बूटाटी धाम के बारे में पूरी जानकारी के कुछ प्रश्न हे उन्हें जानिए फिर यहां आइए
प्रश्न 1 :- बुटाटी धाम क्या है ?
बुटाटी धाम एक गांव का नाम हैं जो राजस्थान के नागौर जिल में है नागौर जिल से पचास किलोमीटर दूर हैं बुटाटी धाम इस लिए लोकप्रिय हैं यहां एक मंदिर हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं इस मंदिर की ये खासियत हैं की यहां जो भी लकव के मरीज यहां आते हैं ।वो ठीक होक जाते हैं बुटाटी धाम में मंदिर का नाम संत श्री चतुर्दस जी महाराज हैं इस लिए बुटाटी धाम लोकप्रिय हैं जहां 100 %(प्रतिशत ) लकवे का इलाज होता है ।
प्रश्न 2 :- क्या बुटाटी धाम में लेकव का इलाज होता है ?
भारत में कौन सा मंदिर है जहां लकवा ठीक होता है?
पूरे भारत में एक मात्र मंदिर जहां होता है लकवे का इलाज। यहां आने वाले सभी यात्री ठीक होते हैं यह राजस्थान के नागौर जिले में गांव बुटाटी धाम नागौर से 50 किलोमीटर दूर है। एकमात्र ऐसा मंदिर जहां लकवा का मुफ्त में इलाज होता है यहां पर संत श्री चतुरदास जी महाराज का मंदिर है यहां मुफ्त में लकवे का इलाज होता है। बुटाटी धाम में आने वाले सभी यात्रियों को 7 दिन तक रुकना जरूरी होता है क्योंकि 7 दिन और सात परिक्रमा यहां आने वाले यात्रियों के लिए अनिवार्य हैं वह भी आरती होने के बाद या तो सुबह या शाम को जरूर परिक्रमा दे। यदि वह 7 दिन और सात परिक्रमा नहीं करते हैं तो वे पूरी तरह ठीक नहीं होते हैं इसलिए यहां आने वाले सभी यात्रियों को 7 दिन तक रुकना अनिवार्य है जिससे आने वाले यात्री एकदम ठीक हो जाए इसलिए 7 दिन रुके और परिक्रमा जरूर दें जिससे मरीज एकदम ठीक हो जाएगा।
प्रश्न 3 :- बुटाटी धाम कहाँ है ?
पूरे भारत में एक मात्र मंदिर जहां होता है लकवे का इलाज। यहां आने वाले सभी यात्री ठीक होते हैं यह राजस्थान के नागौर जिले में गांव बुटाटी धाम नागौर से 50 किलोमीटर दूर है। एकमात्र ऐसा मंदिर जहां लकवा का मुफ्त में इलाज होता है यहां पर संत श्री चतुरदास जी महाराज का मंदिर है यहां मुफ्त में लकवे का इलाज होता है।
प्रश्न 4 :- बुटाटी धाम जाने का रास्ता ?
Step 1 :- बुटाटी धाम जाने का रास्ता ये हे की यहां आने का रास्ता सबसे पहले आप google map पर सर्च कीजिये।
Step 2 :- google map पर आपको अपनी location से butati dham search करना हे ।
Step 3 :- फिर गूगल मैप आपको रास्ता बता देगा और आप बुटाटी धाम आ सकते है ।
प्रश्न 5 :- बुटाटी धाम का रहस्य ?
बाबा के चमत्कार से यहा आने वाले सभी लकव के मरीज ठीक होते हे ये चमत्कार ही तो हे । जो डॉ नहीं कर सके वो संत श्री चतुरदास जी माहाराज ने कर दिखाया ये मंदिर भारत में स्थित राज्य राजस्थान में नागौर जिले के एक छोटे से गांव जिसको बुटाटी धाम के नाम से जाना जाता है वहा स्थित है ।
बुटाटी धाम के चमत्कार से सांइटिस्ट भी हैरान हे की ये कैसे हो रहा हे ये आज तक कोई पता नहीं लगा पाया हे की बुटाटी धाम की क्या सचाई हे ये चमत्कार हे क्या कैसे ठीक होते के लकव (paralisis ) के मरीज यहा आने वाले यात्रियो को साथ सिन रुकना पड़ता हे और और साथ दिन परिक्रमा लगानी पड़ती है साथ दिन में मरीज ठीक हो जाते है।
प्रश्न 6 :- बुटाटी धाम मंदिर कब खुलेगा ?
butati dham is open or not :- बुटाटी धाम खुल चूका हैं |
1 july से बुटाटी धाम का मंदिर खुल चुका है।, मंदिर आने वाले सभी मरीज और उनके साथ आने वाले के लिए एक गाइड लाइन हे जिसका पालन जरूर करे वो हे मास्क जरूर लगाये रखे वरना मंदिर में आने की अनुमति नहीं हे सभी को मास्क लगाना अनिवार्य हे।
और आने वाले यात्रीयो को मंदिर के अंदर रहने की कोई सुविधा नहीं हे अभी के लिए क्युकी की अभी कोरोना के चलते मंदिर के अंदर व्यस्था बंद हे आने वाले यात्रियों से निवेदन है की अपने रहने की व्यवस्था स्वयं ही करें ।
बुटाटी धाम आने वाले यात्रियों के लिए अभी के लिए रहने की व्यवस्था केवल होटल और गेस्ट हाउस के अंदर ही मिलेगी क्योंकि मंदिर के अंदर रहने की व्यवस्था अभी बंद है इसलिए अभी के लिए आपको मंदिर के बार होटल और गेस्ट हाउस के अंदर ही रहना पड़ेगा।
प्रश्न 7 :- क्या कोरोना में बुटाटी धाम मंदिर खुला है ?
बुटाटी धाम का मंदिर खुल चुका है। दिर आने वाले सभी मरीज और उनके साथ आने वाले के लिए एक गाइड लाइन हे जिसका पालन जरूर करे वो हे मास्क जरूर लगाये रखे वरना मंदिर में आने की अनुमति नहीं हे सभी को मास्क लगाना अनिवार्य हे ।
और आने वाले यात्रीयो को मंदिर के अंदर रहने की कोई सुविधा नहीं हे अभी के लिए क्युकी की अभी कोरोना के चलते मंदिर के अंदर व्यस्था बंद हे आने वाले यात्रियों से निवेदन है की अपने रहने की व्यवस्था स्वयं ही करें।
प्रश्न 8 :- बुटाटी धाम आरती का टाइम टेबल क्या है ?
बुटाटी धाम चतुरदास जी महाराज मंदिर आरती टाइम, सुबह की आरती 5.30 बजे , शाम की आरती 5.50 बजे प्रति होती है ।
प्रश्न 9 :- बूटाटी धाम मंदिर कहाँ स्थित है ?
बुटाटी धाम मंदिर राजस्थान के नागौर जिले की डेगाना तहसील में स्थित है। यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन रेन है जो करीब 15 किमी दूर है। जयपुर एवं जोधपुर रूट पर यह स्टेशन आता है। स्टेशन से मंदिर आने के लिए जीप मिलती है। अधिकांश लोग स्वयं की फोर-व्हीलर से भी आते हैं। लेकिन अधिकांश लोग मंदिर परिसर में ही ठहरते हैं।
पूज्य चतुरदासजी को कोटि कोटि नमन,
जवाब देंहटाएंईश्वर सभी आस्थाबान की आस्था को संबल प्रदान करें।
नमन