\ Butati Dham paralysis temple in rajasthan

बुटाटी धाम मंदिर कब खुलेगा

बुटाटी धाम श्री चतुरदास जी माहाराज का मंदिर खुल चूका हे 

 जो भी यात्री आना चाहे वो आ सकते हे मंदिर के अंदर अभी कोई सुविधा नहीं हे रुकने की रुकने की सुविधा के लिए आप 




             यदि नई गाइड लाइन में लॉकडाउन जून आगे बड़ा दिया जायगा तो मंदिर भी नई गाइड लाइन के तेहत ही खुलगा | 

 आने वाले सभी यात्रियो से निवदेन हे की लॉकडाउन खुलने के बाद ही आये और covid के चलते सरकार के नियमो का पालन करे | 

 

बुटाटी धाम का चमत्कार

 बुटाटी धाम लकव के मरीज के लिए हे एक चमत्कार मंदिर 

बाबा के चमत्कार से यहा आने वाले सभी लकव के मरीज ठीक होते हे ये चमत्कार ही तो हे | जो डॉ नहीं कर सके वो संत श्री चतुरदास जी माहाराज ने कर दिखाया ये मंदिर भारत में स्थित राज्य राजस्थान में नागौर जिले के एक छोटे से  गांव जिसको बुटाटी धाम के नाम से जाना जाता है वहा स्थित है | 

                                             

बुटाटी धाम के चमत्कार से सांइटिस्ट भी हैरान हे की ये कैसे हो रहा हे ये आज तक कोई पता नहीं लगा पाया हे की बुटाटी धाम की क्या सचाई हे ये चमत्कार हे क्या कैसे ठीक होते के लकव (paralisis ) के मरीज यहा आने वाले यात्रियो को साथ सिन रुकना पड़ता हे और और साथ दिन परिक्रमा लगानी पड़ती है साथ दिन में मरीज ठीक हो जाते है  



    

Butati dham today news

Butati Dham ki Taza Khabar : Mandir open ho chuka he yha aane ke liye .......

राजस्थान के आलावा दूसरे राज्य को मंदिर में रहने के  लिए चाहिए नेगेटिव रिपोर्ट

सभी राज्य  में फैल रहे कोरोना वायरस के नए रूप को लेकर सभी प्रदेशों के यात्रियों  का बुटाटी धाम स्थित संत चतुरदास महाराज मन्दिर में रहने की व्यस्था बंद है।यदि आपके पास नेगेटिव रिपोर्ट हे तो आप यहां रे सकते हैं 
संत चतुरदास महाराज मन्दिर विकास समिति अध्यक्ष शिवसिंह राठौड़ ने बताया कि मरीजों की संख्या बढ़ने को ध्यान में रखते हुए वहां से आने वाले यात्रियों के मन्दिर में प्रवेश पर रोक लगा दी है।

butati dham

           बुटाटी धाम आने से पहले ये करे !

Step 1 :- सबसे पहले आपको मौली का एक धागा लेना हैं 


 Step 2 :- उसके बाद आपको उस मौली के धागे में 7 गांठे लगाना 

हैं 

Step 3 :- फिर आपको इस धागे को हाथ मैं लेना हैं फिर आंखे बंद कर के सच्चे मन से आपको संत श्री चतुरदास जी महाराज का नाम लेना है

Step 4 :-फिर आपको मरीज के जिस तरफ या जिस जगह लकवा है यदि हाथ के लकवा है तो आपको हाथ के वो धागा बांध देना है यदि पैर के लकवा है तो आपको पैर के वो धागा  बांध देना है यदि मरीज के लेफ्ट साइड या राइट साइट हाथ या पैर दोनों के हैं  तो आपको या तो हाथ के या पैर के इस धागे को  बांध देना हैं 


Is butati Dham Rajasthan worth visiting?

     क्या बुटाटी धाम राजस्थान देखने लायक है?

     

यदि आप राजस्थान की यात्रा कर रहे हैं और पवित्र प्रतिष्ठा के स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं, तो बुटी धाम राजस्थान एक हीलर के रूप में अपनी ऐतिहासिक प्रतिष्ठा के लिए अवश्य जाना चाहिए। मंदिर में कथित तौर पर पक्षाघात के लिए चमत्कारी उपचार शक्तियां हैं और निस्संदेह एक यात्रा के लायक है। बुटाटी धाम राजस्थान पूरे भारत में सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है।

बुटाटी धाम क्या है

 बुटाटी धाम एक गांव का नाम हैं जो राजस्थान के नागौर जिल में है नागौर जिल से पचास  किलोमीटर दूर हैं बुटाटी धाम इस लिए लोकप्रिय हैं  यहां एक मंदिर हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं इस मंदिर की ये खासियत हैं की यहां जो भी लकव के मरीज  यहां आते हैं वो ठीक होक जाते हैं  बुटाटी धाम में मंदिर का नाम  संत श्री चतुर्दस जी महाराज हैं इस लिए बुटाटी धाम लोकप्रिय हैं 



What is butati dham

Butati Dham is the name of a village in Nagaur district of Rajasthan, which is fifty kilometers away from Nagaur district, Butati Dham is popular because there are temples here which are very popular. This is the specialty of this temple that all the paralytic patients who come here get cured. The name of the temple in Butati Dham is Sant Shri Chaturdas Ji Maharaj, for this reason, Butati Dham is popular. 


बुटाटी धाम एक गांव का नाम हैं जो राजस्थान के नागौर जिल में है नागौर जिल से पचास  किलोमीटर दूर हैं बुटाटी धाम इस लिए लोकप्रिय हैं  यहां एक मंदिर हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं इस मंदिर की ये खासियत हैं की यहां जो भी लकव के मरीज  यहां आते हैं वो ठीक होक जाते हैं  बुटाटी धाम में मंदिर का नाम  संत श्री चतुर्दस जी महाराज हैं इस लिए बुटाटी धाम लोकप्रिय हैं 

राजस्थान में कौन सा मंदिर है जहां लकवा ठीक होता है?

भारत में कौन सा मंदिर है जहां लकवा ठीक होता है?                        पूरे भारत में एक मात्र मंदिर जहां होता है लकवे का इलाज। यहां आने वाले...