\ Butati Dham paralysis temple in rajasthan

Butati dham today news

Butati Dham ki Taza Khabar : Mandir open ho chuka he yha aane ke liye .......

राजस्थान के आलावा दूसरे राज्य को मंदिर में रहने के  लिए चाहिए नेगेटिव रिपोर्ट

सभी राज्य  में फैल रहे कोरोना वायरस के नए रूप को लेकर सभी प्रदेशों के यात्रियों  का बुटाटी धाम स्थित संत चतुरदास महाराज मन्दिर में रहने की व्यस्था बंद है।यदि आपके पास नेगेटिव रिपोर्ट हे तो आप यहां रे सकते हैं 
संत चतुरदास महाराज मन्दिर विकास समिति अध्यक्ष शिवसिंह राठौड़ ने बताया कि मरीजों की संख्या बढ़ने को ध्यान में रखते हुए वहां से आने वाले यात्रियों के मन्दिर में प्रवेश पर रोक लगा दी है।

butati dham

           बुटाटी धाम आने से पहले ये करे !

Step 1 :- सबसे पहले आपको मौली का एक धागा लेना हैं 


 Step 2 :- उसके बाद आपको उस मौली के धागे में 7 गांठे लगाना 

हैं 

Step 3 :- फिर आपको इस धागे को हाथ मैं लेना हैं फिर आंखे बंद कर के सच्चे मन से आपको संत श्री चतुरदास जी महाराज का नाम लेना है

Step 4 :-फिर आपको मरीज के जिस तरफ या जिस जगह लकवा है यदि हाथ के लकवा है तो आपको हाथ के वो धागा बांध देना है यदि पैर के लकवा है तो आपको पैर के वो धागा  बांध देना है यदि मरीज के लेफ्ट साइड या राइट साइट हाथ या पैर दोनों के हैं  तो आपको या तो हाथ के या पैर के इस धागे को  बांध देना हैं 


Is butati Dham Rajasthan worth visiting?

     क्या बुटाटी धाम राजस्थान देखने लायक है?

     

यदि आप राजस्थान की यात्रा कर रहे हैं और पवित्र प्रतिष्ठा के स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं, तो बुटी धाम राजस्थान एक हीलर के रूप में अपनी ऐतिहासिक प्रतिष्ठा के लिए अवश्य जाना चाहिए। मंदिर में कथित तौर पर पक्षाघात के लिए चमत्कारी उपचार शक्तियां हैं और निस्संदेह एक यात्रा के लायक है। बुटाटी धाम राजस्थान पूरे भारत में सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है।

बुटाटी धाम क्या है

 बुटाटी धाम एक गांव का नाम हैं जो राजस्थान के नागौर जिल में है नागौर जिल से पचास  किलोमीटर दूर हैं बुटाटी धाम इस लिए लोकप्रिय हैं  यहां एक मंदिर हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं इस मंदिर की ये खासियत हैं की यहां जो भी लकव के मरीज  यहां आते हैं वो ठीक होक जाते हैं  बुटाटी धाम में मंदिर का नाम  संत श्री चतुर्दस जी महाराज हैं इस लिए बुटाटी धाम लोकप्रिय हैं 



What is butati dham

Butati Dham is the name of a village in Nagaur district of Rajasthan, which is fifty kilometers away from Nagaur district, Butati Dham is popular because there are temples here which are very popular. This is the specialty of this temple that all the paralytic patients who come here get cured. The name of the temple in Butati Dham is Sant Shri Chaturdas Ji Maharaj, for this reason, Butati Dham is popular. 


बुटाटी धाम एक गांव का नाम हैं जो राजस्थान के नागौर जिल में है नागौर जिल से पचास  किलोमीटर दूर हैं बुटाटी धाम इस लिए लोकप्रिय हैं  यहां एक मंदिर हैं जो बहुत लोकप्रिय हैं इस मंदिर की ये खासियत हैं की यहां जो भी लकव के मरीज  यहां आते हैं वो ठीक होक जाते हैं  बुटाटी धाम में मंदिर का नाम  संत श्री चतुर्दस जी महाराज हैं इस लिए बुटाटी धाम लोकप्रिय हैं 

जयपुर से बुटाटी धाम की दूरी

  जयपुर से बुटाटी धाम की दूरी  4 hr 43 min (239.9 km)

  यहा आने से पहले आपको इस लिंक पर क्लिक कर:-

जयपुर से  रेन जाने वाली ट्रेन  हैं तो आपको जयपुर  से रेन का ट्रेन का टिकट लेना होगा फिर आपको रेन  से बुटाटी के लिए बस मिल जायगी | ट्रेन ke name  LEELAN EXP (12468) , BPL JODHPUR EXP (14814) , JP JU SF EXP (22478)

बुटाटी धाम मंदिर खुला है क्या

Butati dham today news: - बुटाटी धाम 30 June से खुला  हे


बुटाटी धाम खुल चूका हैं 

1 july से बुटाटी धाम का मंदिर खुल चुका है।, मंदिर आने वाले सभी मरीज और उनके साथै आने वाले के लिए एक गाइड लाइन हे जिसका पालन जरूर करे वो हे मास्क जरूर लगाये रखे वरना मंदिर में आने के अनुमति  हे सभी को मास्क लगाना अनिवार्य हे | 

                                      और आने वाले यात्रीयो को मंदिर के अंदर रहने की सुविधा  हे अभी के लिए क्युकी की अभी कोरोना के चलते मंदिर के अंदर व्यस्था  हे आने वाले यात्रियों से निवेदन है की CORONA में अपने ध्यान  स्वयं ही करें | 

बुटाटी धाम आने वाले यात्रियों के लिए मंदिर  के अंदर  रहने की व्यवस्था  स्टार्ट हो चुकी हे  आने वाले यात्री अपना ध्यान रख और मास्क जरूर लगाए रखे 






       Butati dham में मंदिर के अंदर रहने और खाने की निशुल्क व्यवस्था

                    यहा आने से पहले आपको इस लिंक पर क्लिक कर:- 

Butati aane wale paralysis ke liye kush khabari Ab se aane wale watriyo ko Mandir ke anadar rahan or khane ki nishulk wawstha start Ho chuki he.


मंदिर के बाहर से आने वाले यात्रीयों के लिए बिस्तर,भोजन पीने के लिए ठण्डा पानी, खाना बनाने के लिए समान व बर्तन, जलाने के लिए लकङी सात दिन रूकने के लिए कमरे आदि व्यवस्थाएं निःशुल्क होती है

नहाने धोने के लिए मंदिर परिसर में उचित व्यवस्था है- यहां एक सुलभ शौचालय भी बना हुआ है। मंदिर परिसर में पानी की एक बड़ी टंकी तथा पानी ठंडा करने के लिए जगह-जगह ठंडे पानी की मशीने लगी है। मंदिर परिसर की बहार की ओर लगभग 100 दुकानें है निवास के लिए यहाँ सुविधा युक्त धर्मशालाएं हैं यात्रियों को जरुरत का सभी सामान बिस्तर , राशन , बर्तन, जलावन की लकड़ियाँ आदि निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाती हैं।

राजस्थान में कौन सा मंदिर है जहां लकवा ठीक होता है?

भारत में कौन सा मंदिर है जहां लकवा ठीक होता है?                        पूरे भारत में एक मात्र मंदिर जहां होता है लकवे का इलाज। यहां आने वाले...